“नागेश यदु – सेवा, समर्पण और संगठन की मिसाल”
छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के एक सामान्य से मोहल्ले स्टेशन पारा में जन्मे एक बालक ने शायद कभी नहीं सोचा था कि एक दिन वो *हजारों युवाओं के मार्गदर्शक* बनेंगे, एक ऐसा नाम जिसे सुनते ही सेवा, समर्पण और सामाजिक चेतना की छवि बन जाती है।
ये कहानी है – नागेश यदु की।
जिनका जन्म 2 फरवरी 1987 को हुआ। माता श्रीमती लता यदु और पिता स्व. पन्नालाल यदु जी से उन्हें सादगी, संस्कार और समाज के लिए जीने की प्रेरणा विरासत में मिली।
🎓 शिक्षा से शुरू हुआ विचारों का विस्तार
नागेश जी की शिक्षा बी.ए. और एम.ए. (समाजशास्त्र व इतिहास) के साथ ही नहीं रुकी, उन्होंने पी.जी.डी.सी.ए. और योग में भी एक वर्षीय कोर्स किया। पर शिक्षा उनके लिए केवल डिग्रियाँ नहीं थीं – बल्कि *समाज को समझने और बदलने का माध्यम* थीं।
🌿 संघ से मिला जीवन-दर्शन
विद्यालय और कॉलेज के दिनों में ही वे *राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ* की अभिमन्यु शाखा से जुड़ गए। वहाँ अनुशासन, सेवा और राष्ट्रहित के बीज उनके भीतर गहराई से रोपे गए। NSS में सक्रिय रहते हुए उन्होंने *गोल्ड मेडल* प्राप्त किया, जो उनकी कर्मठता और समर्पण का प्रमाण बना।
🩸 रक्त की हर बूँद समाज के नाम – 51 बार रक्तदान
बहुत कम उम्र में उन्होंने समझ लिया था कि “यदि जीते हुए खून से किसी को जीवन दिया जा सकता है, तो इससे बड़ा कोई धर्म नहीं।”
आज वे 51 बार रक्तदान कर चुके हैं। समाज उन्हें "रक्तवीर" कहता है – और ये सम्मान उन्होंने अपने कार्यों से अर्जित किया है।
🧑🤝🧑 समाज और संगठन के लिए अटूट समर्पण
नागेश यदु जी ने खुद को कभी एक व्यक्ति नहीं, बल्कि *एक विचारधारा* के रूप में देखा – जिसमें युवाओं को जोड़ना, संगठित करना और उन्हें *राष्ट्र निर्माण की दिशा* में प्रेरित करना उनका मुख्य उद्देश्य बन गया।
आज वे कई जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रहे हैं:
प्रदेश संयोजक – छात्र युवा मंच
प्रदेश उपाध्यक्ष – प्रांतीय युवा प्रकोष्ठ ठेठवार यादव समाज राजिम महासभा
अध्यक्ष – छत्तीसगढ़ कल्चरल युथ वेलफेयर एसोसिएशन
हर मंच पर वे एक *नेता नहीं, सेवक* की भूमिका में होते हैं। जो सुनते हैं, समझते हैं और फिर समाधान की दिशा में जुट जाते हैं।
🏛️ राजनीतिक यात्रा – बिना स्वार्थ, सिर्फ सेवा के लिए
भारतीय जनता पार्टी में वे भाजपा शहर उपाध्यक्ष* और *पूर्व में युवा मोर्चा के जिला मंत्री रह चुके हैं।
जिला सयोंजक, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) जैसे संगठनों में वे छात्रों की आवाज़ बनकर खड़े रहे।
राजनीति उनके लिए सत्ता का माध्यम नहीं, सेवा का विस्तार है।
🌟 एक विचारशील वाक्य जो उनकी सोच को दर्शाता है:
"शिक्षा जीवन के लिये, जीवन वतन के लिये।"
यह सिर्फ शब्द नहीं, बल्कि उनका जीवन मंत्र है। यही सोच उन्हें भीड़ से अलग करती है – और युवाओं को उनसे जोड़ती है।
🗞️ मीडिया के माध्यम से जनजागरूकता – पत्रिका अख़बार में सेवा का योगदान
जहाँ एक ओर नागेश यदु जी युवाओं को जोड़ने का कार्य कर रहे थे, वहीं उन्होंने पत्रिका अख़बार के साथ भी जनजागरूकता और सूचना के संप्रेषण में अहम भूमिका निभाई।
उन्होंने बस्तर, दंतेवाड़ा और सुकमा जैसे संवेदनशील जिलों में सर्कुलेशन इंचार्ज के रूप में कार्य किया — जहाँ सिर्फ अख़बार बाँटना नहीं, बल्कि हर ख़बर को लोगों तक पहुँचाना एक ज़िम्मेदारी थी।
“सूचना ही शक्ति है” – इस विचार को आत्मसात करते हुए उन्होंने हर गाँव, हर कस्बे तक सच्ची और जरूरी खबरें पहुँचाईं।
वहाँ जहाँ संचार की सीमाएँ थीं, उन्होंने समर्पण और मेहनत से पुल का काम किया।
इस दौरान उन्होंने स्थानीय समस्याओं, युवाओं की आवाज़ और सामाजिक मुद्दों को भी करीब से देखा, समझा और उन्हें आगे की नीति में भी समाहित किया।
🧭 छात्र युवा मंच – एक मिशन, एक परिवार
नागेश यदु जी के नेतृत्व में छात्र युवा मंच एक ऐसा संगठन बन चुका है जो न केवल छात्रों को एक मंच देता है, बल्कि उन्हें संस्कार, सेवा और नेतृत्व की शिक्षा भी देता है।
हर युवा को आगे बढ़ाने, आत्मनिर्भर और जिम्मेदार नागरिक बनाने की प्रेरणा यहीं से मिलती है।
हमने अपने संगठन को रक्त से सींचा है...
दूसरे संगठन जहाँ मेहनत और पसीने से संगठन बनाते हैं,
हमने अपने संगठन – छात्र युवा मंच रक्तवीर संगठन को रक्त की हर बूँद से सींचा है।
यह सिर्फ एक मंच नहीं, बलिदान, सेवा और समर्पण की जमीनी क्रांति है।
"मैं बनूंगा रक्तवीर" – सिर्फ एक नारा नहीं, एक जीवन शैली है
यह वही संगठन है जिसने रक्तदाता, डोनर और रक्तमित्र को सिर्फ नाम नहीं,
उन्हें “रक्तवीर” जैसी गर्वमयी उपाधि दी।
जहाँ रक्तदान कोई "महज मेडिकल प्रक्रिया" नहीं, बल्कि जनजागरण का अभियान है।
जहाँ राजनांदगांव को रक्तवीरों का गढ़ बनाया जा रहा है।
📢 आप भी जुड़ सकते हैं –
अगर आप भी अपने जीवन को समाज और राष्ट्र के कार्यों में लगाना चाहते हैं…
यदि आप नेतृत्व करना सीखना चाहते हैं…
तो छात्र युवा मंच परिवार आपका स्वागत करता है।
👉 छात्र युवा मंच सदस्यता फॉर्म – Apply Now
🙏 नागेश यदु जी – एक नाम नहीं, एक विचार है।
वह विचार जो कहता है – जब तक युवा जागरूक नहीं होंगे, तब तक समाज सशक्त नहीं होगा।*्
और जब तक समाज सशक्त नहीं होगा, तब तक देश आगे नहीं बढ़ेगा।